अब जाग चुका है सैन समाज: गांधी शर्मा

रिपोर्ट : संजय कुमार ।

दिल्ली। ऑल इंडिया महापद्मनंद कम्युनिटी एजुकेटेड एसोसिएशन (दिल्ली प्रदेश) के तत्वाधान में सैन समाज की एक बैठक गत मंगलवार को राजधानी दिल्ली के दरियागंज क्षेत्र स्थित सैन धर्मशाला पर हुई। इस अवसर पर पुरानी कार्यकारिणी के भंग किए जाने और नई कार्यकरिणी के गठन की घोषणा राष्ट्रीय कार्यकरिणी के अपर महासचिव एवं दिल्ली प्रदेश प्रभारी हरद्वारी लाल आर्य द्धारा की गई। राष्ट्रीय कार्यकरिणी के संगठन सचिव सतीश सैन ने मुख्य अतिथि के रुप में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर जहां देवेंद्र कुमार ने अपने अनुभवों को साझा किया तो वहीं मीटिंग में उपस्थिति लोगों ने सैन समाज को लेकर अपने अपने विचार रखे।  

मीटिंग में आए हुए सभी सैन बंधुओं ने समाज को संगठित करने के लिए अपने अपने विचार रखे। सोसाइटी से जुड़े बुजुर्ग सदस्यों ने युवाओं को ज़्यादा से ज़्यादा शिक्षित कराने की बात पर बल देने के साथ साथ सभी को एकजुट होने का संदेश दिया। दिल्ली प्रदेश प्रभारी ने कहा कि समाज और संगठन को मजबूत करने के लिए लोगों को आगे आकर कड़ा परिश्रम करना होगा। संगठन और समाज के के लिए तन मन धन से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय सैन समाज के हित में कार्य कर रही इस सोसाइटी की शाखाएं पूरे भारत में फैली हुई हैं और इसका लगातार विस्तार हो रहा है। संगठन का एक राष्ट्रीय सम्मेलन हर साल लखनऊ में किया जाता है जिसमें देश भर के कार्यकर्ता सम्मिलित होते हैं। समाज हित मे कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाता है। 


सोसाइटी के सदस्य देबी सिंह जरोदिया ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक पार्टियों ने हमारे समाज को केवल वोट बैंक समझकर हमें छलने का काम किया है। आजादी के 75 साल में भी हमारे लोगों का किसी राजनीतिक पार्टी में कोई वजूद नहीं बन पाया है। इस वजह से हमारे समाज के लोग शोषण के शिकार हो रहे हैं। हमारे समाज के अधिकतर लोग आज शिक्षित हैं और अलग अलग पदों पर रहकर देश की सेवा कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमारे समाज के लोग स्वयं को कमतर न समझें और अपने हक अधिकार के लिए लड़ें। उन्होंने  सोसाइटी को मजबूत करने के लिए लोगों को आगे आने की बात पर बल दिया।

सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष गांधी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा है कि उन्होंने पूरी दिल्ली में में जगह जगह मीटिंग कर समाज के लोगों को संगठित करने का कार्य किया है। जो समाज संगठित नहीं होता, उस समाज का पतन होने में देर नहीं लगती। आज सैन समाज के लोग जाग चुके हैं। जिस तरह समाज के लोग मीटिंग में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं, यह समाज के लिए बहुत ही अच्छी बात है।

मीटिंग में गांधी शर्मा, हरद्वारी लाल आर्य के अलावा हंस कुमार, मोहन लाल, बब्बू कश्यप सैन, मनीष निर्वाण, विनोद कौशल, रविंद्र बंसल, सुभाष धामा, तेजेंद्र सिंह निर्वाण, सत्यनारायण, कतर सिंह, अतर सिंह प्रधान, सुरेश कुमार, अशोक कुमार वर्मा, देबी सिंह जरोदिया, संजय कुमार, जगदीश प्रसाद एवं जयवीर सैन मौजूद रहे।

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